सवाल तेरा ही नहीं है सवाल हम सबका है ।
देश तुम्हारा ही नहीं है यह देश हमारा भी है ।
संविधान की करामात है कि तुम यहॉ बैठे हो
और तुम संविधान पर ही सवाल उठा रहे हो !
तुम्हारा सदियों से गढा जो पाखंड का पोथा है
उसको फिर से चलाने की साजिश बना रहे हो !
हमको सदियों से मालूम है तुम्हारी साजिश
तुम हमे बॉटकर हमको ही बेवकूफ बना रहे हो !
सवाल तेरा ही नहीं है सवाल हम सबका है ।
देश तुम्हारा ही नहीं है यह देश हमारा भी है ।
-डॉ.लाल रत्नाकर
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