मंगलवार, 11 सितंबर 2018

देश

चित्र ; महात्मा बुद्धा (नेट से लिया गया)  

सवाल तेरा ही नहीं है सवाल हम सबका है ।
देश तुम्हारा ही नहीं है यह देश हमारा भी है ।

संविधान की करामात है कि तुम यहॉ बैठे हो 
और तुम संविधान पर ही सवाल उठा रहे हो !

तुम्हारा सदियों से गढा जो पाखंड का पोथा है 
उसको फिर से चलाने की साजिश बना रहे हो !

हमको सदियों से मालूम है तुम्हारी साजिश 
तुम हमे बॉटकर हमको ही बेवकूफ बना रहे हो !

सवाल तेरा ही नहीं है सवाल हम सबका है ।
देश तुम्हारा ही नहीं है यह देश हमारा भी है ।

-डॉ.लाल रत्नाकर




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