जो न खाते हैं न खाने देते हैं.
औरों में बहुत खोट दिखाते हैं
जो दिखाते हैं वैसे होते नहीं
जब दिखते हैं तो बहुत खतरनाक होते हैं
मैं उनको बताना चाहता हूं
मैं खाता भी हूं और खिलाता भी हूं।
दिल खोल के बताता भी हूं।
धमका करके नहीं, फुसला करके नहीं।
साफ-साफ बताता हूं न लूटो न लूटने दो।
सच बोलो और सच बोलने के लिए
लोगों को तैयार करो भारत बनाने के लिए।
नया भारत मत बनाओ,भारत को भारत बनाओ,
भारत की गरिमा मत गिराओ।
चंदे का धंधा मत चलाओ।
पब्लिक को भीखमंगा मत बनाओ।
लोगों को कर्मठ और ईमानदार बनाओ।
औरों में बहुत खोट दिखाते हैं
जो दिखाते हैं वैसे होते नहीं
जब दिखते हैं तो बहुत खतरनाक होते हैं
मैं उनको बताना चाहता हूं
मैं खाता भी हूं और खिलाता भी हूं।
दिल खोल के बताता भी हूं।
धमका करके नहीं, फुसला करके नहीं।
साफ-साफ बताता हूं न लूटो न लूटने दो।
सच बोलो और सच बोलने के लिए
लोगों को तैयार करो भारत बनाने के लिए।
नया भारत मत बनाओ,भारत को भारत बनाओ,
भारत की गरिमा मत गिराओ।
चंदे का धंधा मत चलाओ।
पब्लिक को भीखमंगा मत बनाओ।
लोगों को कर्मठ और ईमानदार बनाओ।
-डॉ. लाल रत्नाकर
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