समस्याओं के बारे में !
अपने अपने जनप्रतिनिधियों से
संविधान के बारे में
जिनके आका बोल रहे हैं
बाबा साहब के बारे में
इनको गुब्बारे पकड़ा कर
मनुस्मृति पर देश चलाने के
सवाल पर ?
जो कुछ हो रहा है, क्या वह
संविधान सम्मत है?
पिछड़ों के जनप्रतिनिधियों का
दलित सांसदों से क्या नाता है,
क्या इन सबके दिल में, मन में
संविधान से कुछ नाता है।
पूछिए जरूर पूछिए ?
अपने अपने जनप्रतिनिधियों से।
प्रश्न पूछिए कहीं देर ना हो जाए,
आपका पद भी गफलत में
सरक न जाए मनुवाद में !
वर्ण व्यवस्था में अधिकारों पर
लगा बहुत मजबूत ताला है।
बाबा साहब ने तोड़ा था,
मनुस्मृति को जला जलाकर!
प्रश्न पूछिए आका से
आगे का क्या खाका है।
- डॉ लाल रत्नाकर
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