चित्र : डॉ.लाल रत्नाकर (डिजिटल स्केच) |
उसको उम्मीद है कि हम उसे भुला देंगे।
हमारा मानना है कि उसको हमें याद रखना है।
उसको नफरत है इस बात की कि हम ,
उसपर और उसकी बात पर भरोसा नहीं करते।
हमारा मानना है कि उसको हमें याद रखना है।
उसको नफरत है इस बात की कि हम ,
उसपर और उसकी बात पर भरोसा नहीं करते।
क्योंकि ?
उसकी फितरत में जहर इतना ज्यादा है।
वह हर बात में बेबात में ज़हर घोलता है।
उसकी फितरत में जहर इतना ज्यादा है।
वह हर बात में बेबात में ज़हर घोलता है।
उसकी आदत है ?
शहर भर में बेबात का बतंगड़ है।
कि वह अडियल है और
शहर भर में बेबात का बतंगड़ है।
कि वह अडियल है और
अड़के ! मिठास घोलता है।
-डा. लाल रत्नाकर
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