फलाने जी की बात
किसके लिए ?
अपनी बात अपने लिए !
क्यों करते हैं अक्सर !
रेडिओ पर !
टी वी पर !
कौन सुनता है
क्यों सुनता है
शायद किसी दिन
मन में आ जाए
और पंद्रह लाख की
अनहोनी खबर आ जाये !
किसके लिए ?
अपनी बात अपने लिए !
क्यों करते हैं अक्सर !
रेडिओ पर !
टी वी पर !
कौन सुनता है
क्यों सुनता है
शायद किसी दिन
मन में आ जाए
और पंद्रह लाख की
अनहोनी खबर आ जाये !
मौन हैं वादे पर
कर रहे हैं काम
पूंजीपतियों के नाम
राष्ट्रीय सम्पत्तियाँ !
आम आदमी से उनको
नहीं है कोई काम
किसान सडकों पर है
कोरोना घर घर !
पर उनका पता नहीं है
जो दिखते थे दिन रात !
करिये न कोरोना से
अपने मन की बात !
और सुनिए न
उसके मन की बात !
क्यों कर रहे हैं
विश्वासघात !
आपको तो मिला होगा
अमेरिका में
या बंगाल में
बिहार में तो था
आपके ही साथ !
इससे भी गठबंधन है
संघ से निवंधन है
नागपुर से गठबंधन है !
कोरोना क्यों घूम रहा है !
कैसा आपका प्रबंधन है !
आपसे डरे हैं या
डरे हैं कोरोना से !
बूढ़े बच्चे और नवजवान !
टीका (वैक्सीन) लगवायेगा
तब कोरोना जाएगा
कब तक टीका आएगा
और कितने दिन रात
कहाँ कहाँ से लोगो को
अब तक निगल गया !
कर क्यों नहीं लेते
आप उससे मुलाक़ात
एक बार कर लेते
उससे भी मन की बात !
-डॉ लाल रत्नाकर
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