बहुरंगी जमाना है
इस जमाने से
अपने को बचाना है
कौन बच पाएगा
इस वक्त से
इसका हिसाब लगाना है
बहुरंगी जमाना है
किसी की कीमत मत लगाना
कीमत से बचाना है
बहुत बहुरंगी जमाना है।
जमाने से बचाना है।
इस जमाने से
अपने को बचाना है
कौन बच पाएगा
इस वक्त से
इसका हिसाब लगाना है
बहुरंगी जमाना है
किसी की कीमत मत लगाना
कीमत से बचाना है
बहुत बहुरंगी जमाना है।
जमाने से बचाना है।
-डॉ लाल रत्नाकर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें