आस्था या अंधविश्वास ?
उनके प्रति जिनके मन में नफरत है !
उनके प्रति जो गैर बराबरी में विश्वास करते हैं।
उनके प्रति जो वर्ण व्यवस्था का सिद्धांत मानते हैं।
उनके प्रति जो संविधान में आस्था नहीं रखते।
उनके प्रति जो हमारे हक़ पर कुठाराघात करते हैं ।
या उनके प्रति जो अपनी आंखों के सामने ,
हमारे लोगों की अकाल मृत्यु पर चिंता नहीं करते।
झूठ बोलते हैं और सच छुपाते हैं ,
सही-सही संख्या नहीं बताते !
किन पर आस्था, कैसी आस्था।
अंधविश्वास पाखंड और चमत्कार पर आस्था।
उनके मानसिक व्यभिचार पर आस्था।
सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक
भेदभाव पर आस्था।
कैसी आस्था !
उनके प्रति जो गैर बराबरी में विश्वास करते हैं।
उनके प्रति जो वर्ण व्यवस्था का सिद्धांत मानते हैं।
उनके प्रति जो संविधान में आस्था नहीं रखते।
उनके प्रति जो हमारे हक़ पर कुठाराघात करते हैं ।
या उनके प्रति जो अपनी आंखों के सामने ,
हमारे लोगों की अकाल मृत्यु पर चिंता नहीं करते।
झूठ बोलते हैं और सच छुपाते हैं ,
सही-सही संख्या नहीं बताते !
किन पर आस्था, कैसी आस्था।
अंधविश्वास पाखंड और चमत्कार पर आस्था।
उनके मानसिक व्यभिचार पर आस्था।
सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक
भेदभाव पर आस्था।
कैसी आस्था !
-डॉ लाल रत्नाकर
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