आप उससे मिलना चाहोगे
या रोज मिलते हो
हर दफ्तर में
हर दुकान पर
हर देश मे
हर प्रदेश में
हर जिले में
गांव और मुहल्ले में
यूनिवर्सिटी और कालेज में
न्याय के ठिकानों में
हर नेता के रुप में
और उसके आस पास
तभी तो वह मार रहा है
जिसे वह पराया
समझता है ।
हक और हुकूक में।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें