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रविवार, 5 फ़रवरी 2017
कैसा वोट ?
कै
सा वोट ?
तुम्हारे शासक को !
या दमनकारी को !
तुममें रीढ़ ही कहॉ है !
तुम वोट के लिये ?
झूठ बोल रहे हो !
तुम्हें शर्म तो आती ही नहीं !
ज़रा याद करो !
उस पावर को !
उसी के लिये न !
वोट !
-डॉ. लाल रत्नाकर
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