मंगलवार, 10 जुलाई 2018

लंबा मौन !

रेखांकन : डॉ.लाल रत्नाकर  


सब चुप हैं !
केवल वो बोल रहा है !
क्योंकि तब किसी ने !
नहीं बोला था ?

जब वह सरे आम !
जनसंहार कर रहा था !
क्योंकि वे जन जन नहीं थे !
मुसलमान थे !

आज सारे मारे जा रहे हैं
क्योंकि वो चुप हैं !
अपनी बारी तक !
वे नहीं बोलेंगे ?

इसलिए भी वह !
वह सबकुछ बोल रहा है !
पर अवाम के मारे जाने पर !
मौन है ! लंबा मौन !

- डॉ.लाल रत्नाकर   

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