रेखांकन : डॉ.लाल रत्नाकर |
सब चुप हैं !
केवल वो बोल रहा है !
क्योंकि तब किसी ने !
नहीं बोला था ?
जब वह सरे आम !
जनसंहार कर रहा था !
क्योंकि वे जन जन नहीं थे !
मुसलमान थे !
आज सारे मारे जा रहे हैं
क्योंकि वो चुप हैं !
अपनी बारी तक !
वे नहीं बोलेंगे ?
इसलिए भी वह !
वह सबकुछ बोल रहा है !
पर अवाम के मारे जाने पर !
मौन है ! लंबा मौन !
- डॉ.लाल रत्नाकर
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