बुधवार, 5 सितंबर 2018

वक़्त


वक्त कैसा भी हो !
वक्त ही होता है।
यही वक्त !
सही भी होता है ?
और गलत भी!
इसलिये नहीं की
वह किसके लिए है
और इसलिए भी नहीं 
कि वह वक्त है।
और यह वक्त ही है !
जिसमें गधे घोड़े
और घोड़े गधे !
बनाऐ जा रहे हैं।
वक्त कैसा भी हो !
वक्त ही होता है।
यही वक्त की पहचान है !
जो सही भी होता है ?
और गलत भी ।

डॉ. लाल रत्नाकर

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