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शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019
सातवें आसमान से !
मैं किसको किसको समझाऊं !
किसको किसको दर्द बताऊं ।
दर्द नहीं यह सच है हमारा ?
किसको यह बात बताऊं ।
पागल कुत्ते सा भोंक रहा है।
जिसको हमने दूध पिलाया।
और मौके बेमौके सहलाया।
सातवें आसमान से !
उसको चाँद भी हमने !
तोड़ तोड़कर ले आया ?
-डॉ लाल रत्नाकर
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