शनिवार, 5 सितंबर 2020

काम तुम्हारा चोरी का

नफरत ही काटोगे
फिर किसको चाटोगे
क्या सोचा है
कहां तक जाओगे
जब कुछ भी नहीं बचेगा
कैसा अपराध रचेगा
नफरत बोने वाला
नफरत बोने वालों.
क्या तेरा कारोबार बचेगा
क्या तेरा इतिहास रचेगा कोई
नफरत गैरत दुराचार का
जो है तेरा संसार बचेगा कैसे
नफरत से या सोहरत से
इज्जत से या बेइज्जत से
तेरी जात समझ में आई
काम तुम्हारा चोरी का
सीनाजोरी का
नफरत बोने वाले
नफरत बोने वालों 

-डॉ लाल रत्नाकर 

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