सोमवार, 25 अप्रैल 2022

जलालत


जलील किसको करोगे,
जलील कौन कौन होगा।
जलालत की सरहदें, 
गजब-गजब की होती हैं।
कुछ उधर जाती हैं,
कुछ इधर भी चली आती हैं।
खरोच उनकी नजर नहीं आती
खरोच डाले हैं जो सारी सरहद
हद से उतर जाने पर,
सरहदें नहीं बचती, 
ईमान बदल जाने पर।
सरहदें बचाने वाले 
शहादत का मतलब जानते हैं ।
इसका मतलब केवल।
शहादत में जान लेना है।
जानते हो दुश्मनी का मतलब!
वसूलों का नाम सुना होगा।
वसूल छोड़ना शहादत से भी, बहुत शातिर है।
वसूल और इमान पर चल कर देखो।
जलालत की समझ आ जाए।
जलील हो उसूल छोड़ने वाले।
जलील किसको करोगे 
जलील होने वाले।

-डॉ लाल रत्नाकर



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