पृष्ठ
मुखपृष्ठ
गाँव
पोस्टर
अन्य कवियों की रचनाएं
रत्नाकर के चित्र
प्रकाशन
विशेष
भूले विसरे गीत
आलेख
मंगलवार, 26 अप्रैल 2022
अविश्वसनीय
विश्वास
अविश्वास
विश्वासघात
अविश्वसनीय
विश्वसनीय
किसकी करें बात
रात और
दिन
फिर रात दिन
दिन रात।
इतिहास
किसका
जो लिखा नहीं गया
या जो लिखा गया
इतिहास।
फिर से
लिखा जाएगा।
उनका
जिन्होंने गद्दारी की।
इतिहास
गद्दारी का !
- डॉ लाल रत्नाकर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें