नफरत नफरत ही बढ़ाएगी
फैलाइए नफरत समाज में,
समाज से राजनीति में।
राजनीति से अर्थशास्त्र में,
शिक्षा और व्यवसाय में,
रोजगार और व्यापार में।
बढ़ाइए नफरत आपस में
आपसी सौहार्द में नफरत
लिख रहा हूं कविता में इस
नफरत के खिलाफ!
मेरे नफरत करने वाले दोस्तों
मोहब्बत का नाटक कर रहे हो
या सचमुच मोहब्बत कर रहे हो।
फैलाईए मोहब्बत !
नफरत मिटाने के लिए।
देश बचाने के लिए।
रोजगार लाने के लिए।
लोकतंत्र और संविधान पर
छाए काले बादलों की
बेखौफ डरावनी स्थिति को
मिटाने और हटाने के लिए।
समग्र भारतीय समाज को,
भेदभाव रहित बनाने के लिए
आपसी भाईचारा बढ़ाने के लिए
राजनीति में राजनीति को
समझदारी से चलाने के लिए।
मोहब्बत मोहब्बत के लिए
बढ़ाइए आपस में सौहार्दय,
देश बचाने के लिए।
फैलाइए नफरत समाज में,
समाज से राजनीति में।
राजनीति से अर्थशास्त्र में,
शिक्षा और व्यवसाय में,
रोजगार और व्यापार में।
बढ़ाइए नफरत आपस में
आपसी सौहार्द में नफरत
लिख रहा हूं कविता में इस
नफरत के खिलाफ!
मेरे नफरत करने वाले दोस्तों
मोहब्बत का नाटक कर रहे हो
या सचमुच मोहब्बत कर रहे हो।
फैलाईए मोहब्बत !
नफरत मिटाने के लिए।
देश बचाने के लिए।
रोजगार लाने के लिए।
लोकतंत्र और संविधान पर
छाए काले बादलों की
बेखौफ डरावनी स्थिति को
मिटाने और हटाने के लिए।
समग्र भारतीय समाज को,
भेदभाव रहित बनाने के लिए
आपसी भाईचारा बढ़ाने के लिए
राजनीति में राजनीति को
समझदारी से चलाने के लिए।
मोहब्बत मोहब्बत के लिए
बढ़ाइए आपस में सौहार्दय,
देश बचाने के लिए।
डॉ लाल रत्नाकर
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