हम यह पढ़ के बड़े हुए हैं
कि भारत कृषि प्रधान देश है।
इसलिए भारत की नीतियां
कृषि को आगे बढ़ाने के लिए तैयार की जाती थीं।
लेकिन आज नया भारत बनाया जा रहा है।
जो पूंजीवादी प्रधान है और पूंजीपतियों के
हित की नीतियां बनाई जा रहा है।
पहले आम आदमी को मजबूत बनाने के लिए
रोजगार और शिक्षा का इंतजाम किया जा रहा था।
और आज अवाम को भक्त, भीखमंगा,
अशिक्षित और बेरोजगार बनाया जा रहा है।
झूठ के पुल और सुनहरा भारत दिखाया जा रहा है।
रंगीन विज्ञापन दिखाकर अंधा बनाया जा रहा है।
80 करोड़ जनता को लाभार्थी बताया जा रहा है।
यह लाभार्थी क्या होता है क्या किसी को बताया जा रहा है
बंचऑफ़थॉट में यह समझाया गया है।
लंबे समय तक राज करना है तो
अवाम को नंगा और भूखा बनाकर रखना है।
देश की पूंजी को अपने पूंजीपतियों के पास रखना है।
यही नए भारत का सपना है।
-डॉ. लाल रत्नाकर
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