चारों तरफ हाहाकार है।
यह कैसी सरकार है।
जुमले वो कर आई थी।
जेबें काट रही है।
क्यों थूक कर चाट रही है।
भ्रष्टाचार,
महंगाई,
बेरोजगारी,
भूखमरी,
पाखंड,
अंधविश्वास,
चमत्कार
यह है कैसी सरकार!
देश बेच कर औने पौने
सब कुछ लूट रही है
गद्दी के खातिर यह सब कुछ
बेच रही है बेच रही है,
देश हमारा बेच रही है।
राष्ट्रवाद का नारा देकर
धोखा जुमला और झूठ का
कानून बनाकर लूट रही है।
यह कैसी सरकार।
- Dr.Lal Ratnakar
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