बुधवार, 16 अगस्त 2023

बहुत विश्वास से यह कह सकता हूं।



बहुत विश्वास से यह कह सकता हूं।
धोखाधड़ी और बेईमानी की उम्र लंबी नहीं होती।
इसे करने वाला कितना भी बड़ा आदमी हो।
कितने भी बड़े पद पर पहुंच जाए।
लेकिन ईमानदार के सामने वह हमेशा बौना लगता है।
बेईमानी और इमानदारी के मध्य कोई सूक्ष्म अवधारणा नहीं है।
धर्म और अधर्म जैसी ही है।
न्याय और अन्याय के तरह ही ।
उसे चैन नहीं है, छोटी मोटी बेइमानियों से।
वह दुनिया का सबसे बड़ा बेईमान बनना चाहता है।
फर्क इतना है कि सारी दुनिया को बेईमान कहता है।
और बेईमानी का चोंगा पहनकर।
हमेशा ईमानदारी का स्वांग रचता है।
पूरी दुनिया में नाक कटाता घूमता है।
सत्यार्थ प्रकाश के 11 वें समुल्लास में वर्णित,
नाक कटाईए और ईश्वर के दर्शन पाईए जैसा।
देश विदेश में घूम घूम कर इवेंट करता है।
हमें फर्क पड़ता है भले ही आप को न पड़ता हो।
क्योंकि हम विविध प्रकार के टैक्स भरते हैं।
और उन्हीं पैसों पर वह ऐश करता है।
बहुत विश्वास से यह कह सकता हूं।
धोखाधड़ी और बेईमानी की उम्र लंबी नहीं होती।

-डॉ लाल रत्नाकर 

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