बुधवार, 23 अगस्त 2023

आज पूरा मुल्क चुप है


 आज पूरा मुल्क चुप है
और एक व्यक्ति बोल रहा है
बोल ही नहीं रहा है 
तहस-नहस कर रहा है।
मगर किसी के कान पर 
जूं तक नहीं रेंग रहा है।
जो कुछ कर रहा है
किसे अच्छा लग रहा है
हाथ खड़े करो और बताओ
इमानदारी से एक लाइन में 
खड़े हो जाओ पक्ष और विपक्ष
फिर समझ में आ जाएगा
कि अब देश कहां जाएगा।
लोकतंत्र रहेगा या 
राजतंत्र में विलीन हो जाएगा।
दुनिया के वैज्ञानिकों ने
मानवता के नियामको ने
हमारे मुल्क को बेहतर रास्ते पर
ले जाने के लिए बहुत सारे कानून बनाए
समता और समानता का पाठ पढ़ाए
पढ़ना और लिखना सिखाए
ब्राह्मणों के चंगुल से निकाल कर
इंसान बनाए।
अन्यथा बाबा साहब को यह
पढ़ने देते सुनने देते कानों में 
गरम शीशा पिघलाकर डाल देते।
अफसोस होता है 
बाबा साहब को मानने वाले।
आज बाबा साहब के दुश्मनों के
साथ खड़े हुए हैं।
और ब्राह्मणवाद का भगवा लेकर के
तिरंगे के सामने अड़े हुए हैं।


डॉ लाल रत्नाकर

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