मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

उन्नति के मार्ग

 



उन्नति के मार्ग 
बाधित करने वाले 
क्या तुम्हें पता है।
तुम कर क्या रहे हो।
राह मुश्किल है सबकी,
आसान करो।
अभिमान करो, 
सम्मान करो।
दुनिया बहुत बड़ी है।
और वह यहीं रहेगी
जैसे अब तक रही है।
पलायन का ना 
इंतजाम करो।
ईमानदारी के 
कुछ काम करो।
नहीं तो अब, 
आराम करो!

-डॉ लाल रत्नाकर

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