शनिवार, 7 सितंबर 2013

युग की कथा लिखो

युग की कथा लिखो
पीड़ित की व्यथा लिखो

वक़्त बहुत ही कम है
सच की कथा लिखो 

सपनों की सूरत मूरत
पर अपनी व्यथा लिखो

मिटटी कंकर पत्थर पर
दस्तखत अपने लिखो

झूठ फरेब के पचड़ों पर
हिम्मत की कथा लिखो

अवसर आते जाते हैं
हिम्मत से सही लिखो .

-डॉ.लाल रत्नाकर
(चित्रकला के विद्यार्थियों के लिए)

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