युग की कथा लिखो
पीड़ित की व्यथा लिखो
वक़्त बहुत ही कम है
सच की कथा लिखो
सपनों की सूरत मूरत
पर अपनी व्यथा लिखो
मिटटी कंकर पत्थर पर
दस्तखत अपने लिखो
झूठ फरेब के पचड़ों पर
हिम्मत की कथा लिखो
अवसर आते जाते हैं
हिम्मत से सही लिखो .
-डॉ.लाल रत्नाकर
पीड़ित की व्यथा लिखो
वक़्त बहुत ही कम है
सच की कथा लिखो
सपनों की सूरत मूरत
पर अपनी व्यथा लिखो
मिटटी कंकर पत्थर पर
दस्तखत अपने लिखो
झूठ फरेब के पचड़ों पर
हिम्मत की कथा लिखो
अवसर आते जाते हैं
हिम्मत से सही लिखो .
-डॉ.लाल रत्नाकर
(चित्रकला के विद्यार्थियों के लिए)
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