अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
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माँ
दादी माँ
नानी
बुआएं
चाचियाँ
मौसी
मामियां
दीदी
बहना !
प्रेयसी / प्रेयसियाँ
पत्नी
(श्रीमती जी)
मैडमें
कामवालियां !
बेटियां
बहुएं
पोतियां
धेवतियां
भतीजियां
शिष्याएं
छात्राएं !
कितनी उपाधियां हैं
इन महिलाओं की।
पर
एक बात इस पर्व पर
क्या इनका निर्वहन
हो पा रहा है जीवन में
यदि हाँ तो महिलाओं
पर इतने अत्याचार
क्यों हो रहे हैं !
क्या इनका जिम्मेदार
केवल और केवल पुरुष है
आइये विचार करें
इस पर्व पर
असली संकट कि जड़
कहाँ है !
-डॉ लाल रत्नाकर
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माँ
दादी माँ
नानी
बुआएं
चाचियाँ
मौसी
मामियां
दीदी
बहना !
प्रेयसी / प्रेयसियाँ
पत्नी
(श्रीमती जी)
मैडमें
कामवालियां !
बेटियां
बहुएं
पोतियां
धेवतियां
भतीजियां
शिष्याएं
छात्राएं !
कितनी उपाधियां हैं
इन महिलाओं की।
पर
एक बात इस पर्व पर
क्या इनका निर्वहन
हो पा रहा है जीवन में
यदि हाँ तो महिलाओं
पर इतने अत्याचार
क्यों हो रहे हैं !
क्या इनका जिम्मेदार
केवल और केवल पुरुष है
आइये विचार करें
इस पर्व पर
असली संकट कि जड़
कहाँ है !
-डॉ लाल रत्नाकर
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