मंगलवार, 8 मार्च 2016

कैसे करोगे शिनाख्त !

शिनाख्त कैसे करेंगे !
चहरे से, रंग और रूप से
जाती और वर्ग से
लिंग के भेद से या !
ज्ञान और अ-ज्ञान से !
धूर्तता से या ईमान से !
कैसे करेंगे शिनाख्त ?
हमारे बीच वे हैं जो
आपको दगा देंगे अपने लिए !
उनको कैसे गलत कहियेगा ?
उनके यहाँ थोड़े से लोग है
जो हर जगह काम आ जाते हैं
और उन्हे जो सम्मान है 
आपके यहाँ ! वे उसी के लिए
आपके यहाँ काम करते हैं
केवल अपनों के लिए !
कैसे शिनाख्त करोगे !
उन्हें ये भ्रम है वे काम करते हैं
समाज के लिए,
नहीं उन्होंने उनके इर्द गिर्द
जो समाज गढ़ दिया है अपनों का 
उसको ही वे असली समाज मान लिए हैं
तभी तो सारा पुरस्कार
सम्मान और संसाधन दीये हैं उन्हें 
क्यूंकि ये वही हैं जो सदियों से
इसी तरह धूर्तता से 
सत्ता को ठगे हुए हैं !
सत्ता सामंतों की रही हो !
दलितों की रही हो !
पिछड़ों या मुगलों की रही हो !
या ब्रिटिशर्स की रही हो !
कैसे करोगे शिनाख्त !
कैसे शिनाख्त करोगे !

-डॉ लाल रत्नाकर


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