सोमवार, 11 जुलाई 2016

महाभारत

महाभारत काल से जोड़कर देखने वालों !
क्या आपको नहीं लगता की यह जागरूक होने का काल है !
किसका हक़ मार रहे हो और ये कैसा लाख का महल बना रहे हो !
यह तो काम उनका था जो आपकी दुआओं पर ज़िंदा थे !
द्वापर से लाइ दौलत से आप पर राज कर रहे हैं !
कितना वापस आया इसका हिसाब लगा लिए हो क्या ?
द्वारका, मथुरा में आपकी कमाई से देश को गुमराह किया जा रहा है !
अयोध्या काशी को ठगा जा रहा है !
आपकी उदासी आपको गर्त में धकेल देगी !
क्योंकि न्यायकर्ता  के लिए यहाँ न्याय लिया जा रहा है !
जैसे पाखंडी भीड़ ने उस कथित खँडहर को धकेल था !
आप कब उठोगे जब यह जर्जर समाज साफ़ होगा ?
अब वे बूढ़े हो चले हैं, उनकी औलादें अपना इतिहास भी नहीं जानती ?
वे तो सौगातों पर सत्ता में हिस्सेदारी बाँट रहे हैं !
आप हीरे का क्या करोगे ? जब आपके हीरे उजड़ जाएंगे ?
महाभारत काल से जोड़कर देखने वालों !
क्या आपको नहीं लगता की यह जागरूक होने का काल है !

डॉ लाल रत्नाकर



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