सोमवार, 11 जुलाई 2016

शातिर



साजिशों का असर कितना शातिर होता है
उस शातिर में कितना जहर भरा होता है।
हमने देखा, सहा है, भोगा है, जहर उसका।
आप समझ ही नहीं सकते उस पीडा को।
जो उस समाज की पीड़ा है जो लड़ रहा है
निरन्तर ऐसे जहरिले, कुसंस्कारी समाज से।
जिनमें इंसानियति की कोई जगह ही नहीं है
और जहरिला, घिनौना इंसान धर्म गुरू बना है।
इस जहरिले की जाति होती है, वर्ग होता है।
सदियों से इसी आधार पर वह विजित होता है।
उनसे बचना आसान भी नहीं होता क्योंकि ?
उसके आका इसी जहर की तिजोरियों पे बैठे हैं।
और तो और ये जहरिले दिखते भी तो नहीं हैं
फिर कैसे पता करोगे इसके विष का विषैलापन!
इसके कुछ लक्षणों को सिलसिलेवार बताता हूं।
दुराचारी,भ्रष्ट,निकम्मा,अकर्मण्य,शातिर और देशद्रोही।

-डा. लाल रत्नाकर


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