मंगलवार, 16 अगस्त 2016

आरक्षण

चलो हम आरक्षण छोड़ने को तैयार हैं !
तुम संरक्षण छोड़कर बाहर निकालो !

सत्ताकी तिजोरियों से, एन जी ओ से लुटे हुए
सारी  संपत्ति को राष्ट्रीय सम्पदा घोषित करो ?

राष्ट्रीय सम्पात्ति होगी और हम उससे  तुम्हे !
उतना ही देंगे जितना तुम रिक्से खींच कर पाते !

आओ थोड़े दिन हमारे मलमूत्र साफ़ करो
हमारे खेत खलिहान में काम करो मजदूरी पर

सारे मंदिरों से बाहर निकलो उसे हम अस्पताल
के लिए तुम्हारे इलाज़ के लिए जब खेतों में जाओगे ?

है न बराबरी का मामला आओ आओ हमारे साथ
स्कूलों कॉलेजों विश्वविद्यालयों में तुम्हे फिर से पढ़ाएंगे ?

तुम्हारा राष्ट्रवाद नहीं राष्ट्र के लोगों से प्रेम और बराबरी
क्योंकि तुम्हे रोग हो गया है की तुम आदमी नहीं सवर्ण हो !

पहले अवर्ण और सवर्ण हटाओ फिर आरक्षण !
आरक्षण लेने के लिए ही कोई नहीं होगा  न होगा संरक्षण !

नहीं तो जान लो जब तक जाती रहेगी तब तक
आरक्षण रहेगा और अभी तो और बढ़ेगा पचास से !

चलो हम आरक्षण छोड़ने को तैयार हैं !
तुम संरक्षण छोड़कर बाहर निकालो !

डॉ लाल रत्नाकर

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