शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018

क्या सचमुच यह देश !

डॉ.लाल रत्नाकर 

क्या तुम राजा हो !
तो क्रूर दुश्मन को क्या कहेंगे ?
सचमुच अगर तुम राजा हो ?
और भ्रष्ट नहीं हो !
तो फिर चोर को क्या कहेंगे ?
या तुम राजा हो !
तो फिर धूर्त को क्या कहेंगे ?
क्या तुम धार्मिक हो !
तो विधर्मी को क्या कहेंगे ?
यदि तुम राष्ट्रभक्त हो !
तो राष्ट्रद्रोही को क्या कहेंगे ?
यह सब इतना हाचपाच !
क्यों हो गया है ?
क्या सचमुच यह देश !
बे पनाह हो गया है !
क्योंकि राजा की पहचान !
कहीं खो गयी है !
हर बेईमान राजा की तरह !
क्या सचमुच दिख रहा है ?

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