मंगलवार, 28 अगस्त 2018

आत्महत्या !

रेखांकन  ; डॉ.लाल रत्नाकर 

क्या लड़कियां बेटियों से अलग है ?
क्योंकि बेटियां सुरक्षित हैं उन्हें संरक्षण है !
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रोग्राम के तहत !
भारत सरकार की यह योजना लागू है !
इसीलिए बेटियां सुरक्षित हैं  !
और लड़कियां असुरक्षित हैं !

 इसीलिए लड़कियां बेटियों से अलग हैं !
सरकार की नीतियों में भेदभाव कैसा है ?

इस तरह के भेदभाव को कैसे समझा जाना है !
क्या इस संसद में इसपर बहस की गुंजाइस है !
चारो तरफ सरकारी योजनाओं के तहत !
लड़कियां बुरी तरह से आहत हो रही हैं !
एनजीओ के संरक्षण में उनका बलत्कार !
यह खबरों की निरंतर सुर्ख़ियों बना हुआ है !

मगर उनका ख्याल क्यों नहीं आता सत्ता को !
क्या यह सब मुसलमान हैं ! या दलित हैं !

या यह सब लड़कियां भारतीय नहीं है !
यह सब संघीय भी नहीं हैं या तो हिन्दू नहीं हैं !
यह देश जो इन लड़कियों के इस्मत के साथ !
खिलवाड़ करने वालों का ही है !

अब लगता तो है की कुछ गड़बड़ तो जरूर है !
तो फिर वह क्या कर सकते है ?
आत्महत्या !

डॉ. लाल रत्नाकर  

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