मंगलवार, 20 अगस्त 2019

नफ़रत


हम नहीं जानते कि
हम कर क्या रहे हैं।
हम हजारों लोगों को
नफरत और धार्मिक
पाखंड में झोंक रहे हैं
क्योंकि हमें सिखाया गया है
नफरत और झूठ फैलाना।
यही दो चीजें हैं
जो हमारे धर्म को बढ़ावा देती हैं
इस को बढ़ाने के लिए हमें
झूठ और नफरत को
विस्तारित करना है
धन और संपदा को
अपने इर्द-गिर्द रखना है
अवाम को भूख और बीमारी में
झोंकना है।
क्योंकि भूखा और बीमार व्यक्ति
कभी भी हमारा
विरोध नहीं कर सकता।
इसलिए तुम कुछ भी कहो
हम वही करेंगे।
जिससे हमारा धर्म बचा रहे।
और नफरत का पहाड़ खड़ा रहे।

-डॉ लाल रत्नाकर
(सांस्कृतिक साम्राज्यवाद के खिलाफ अभियान)

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