रविवार, 29 दिसंबर 2019

अलविदा 2019


अलविदा 2019
यह वर्ष क्या दिया ?
क्या लिया ?

इसका मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
इतिहास में 2019 का
लेखा-जोखा बहुत है.
बहुत सारे संदेश दिया?
किसी को सत्ता और बहुतों को बनवास दिया ?

अगर आगे बढ़ें तो?
कुछ राष्ट्र के बारे में बात करें !
संविधान और उसके विधान !
को कैसे मिटाया जा रहा है !
मनुवाद को कैसे लाया जा रहा है।

कौन हैं यह लोग ?
जो सत्ता में बैठे हैं !
और ठण्ड में ऐंठे हैं।
अपढ़ और अज्ञानी है।
पूंजीपतियों के चाकर हैं।
देश चलाने आये हैं भौकाल फैलाये हैं ?
मुज़रिम हैं पर सज़ा नहीं पाए हैं।

सत्य आदि का गला घोंट कर !
गद्दी पर अधिकार जमाये हैं !
इनका लेखा जोखा करना ?
ह्त्या को आमंत्रित करना है।
इनसे कैसे लड़ना है ?

--
डा लाल रत्नाकर 

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