हम इतिहास नहीं बन सकते
किसने कहा।
हम इतिहास गढ़ सकते हैं।
हमने कहा तुमने सुना।
हां इतिहास रचने के लिए।
जिन हथियारों की जरूरत है।
वह औजार हमारे पास है।
हम इन्हीं हथियारों को औजार बना सकते हैं।
और यह हथियार ?
इतिहास रच सकते हैं।
तभी तो
अजंता !
एलोरा!
ताजमहल और खजुराहो।
हमारे इतिहास की अमूल्य धरोहर है।
विविध कला शैलियां।
नाच गाने।
खेल तमाशे।
खेलने वाले दुनिया भर में।
भारत का मान बढ़ाते हैं।
हम ऐसा भारत बनाते हैं।
मंदिरों में बैठे घंटियां बजाने वाले।
हिंदुत्व हिंदुत्व का पाठ पढ़ाने वाले।
तुम्हारा इतिहास।
भीतर झांक कर देखो।
कितना कलंकित है।
उस इतिहास को मिटाने का।
तुम्हारा सपना।
तुम्हारा अपना है।
हम इतिहास बनाते हैं।
तुम इतिहास मिटाते हो।
यही अंतर।
हमारी और तुम्हारी सोच में।
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डॉ लाल रत्नाकर।
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