मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

ना गुहार लगा ।


ना जद्दोजहद कर
ना गुहार लगा ।
सीधे-सीधे जो कह रहा हूं
करता जा करता जा ।
पहले तो यह बता?
तुम्हारा धर्म क्या है ?
तुमने यह धर्म बदला है ?
या जन्मना इसी धर्म में हो?
धर्म का मतलब समझते हो ?
जब नहीं समझते हो तो ?
कैसे धार्मिक हो ?
हमने तो कभी धर्म का ।
मतलब समझने की कोशिश ही नहीं की।
वह कह रहा था कि तुम हिंदू हो।
और तुम कह रहे हो कि तुम हिंदू नहीं हो।
किसकी बात सही मानी जाए।
ऐसा करते हैं कि तुम्हें मुसलमान बना देते हैं।
क्या मुसलमान बनना चाहोगे।
नहीं तो फिर ?
क्रिस्चियन बना देते हैं।
क्रिस्चियन बनना चाहोगे।
नहीं तो फिर।
चलो बौद्ध बन जाओ।
बौद्ध बनना चाहोगे।
नहीं तो फिर।
जैन बना देते हैं।
जैन बनना चाहोगे?
नहीं तो फिर।
चलो सीख बन जाओ।
सिख बनना चाहोगे।
नहीं तो फिर।
अबे हरामखोर !
मैं से चुपचाप कह रहा हूं ।
इंसान बन जाओ।
और इंसान की तरह व्यवहार करो।


डॉ लाल रत्नाकर

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