कितना हाच पाच कर दिया है
सही को गलत और
गलत को सही कर दिया है।
कितना अच्छा लगता है।
सुनने में जब
सुनाने की कला आती हो।
झूठ को सही बताने की अदा आती हो !
कहा जाता है कि झूठ लंबा नहीं चलता।
अब तुम्हारी झूठ को लोग झूठ की तरह समझ गए हैं।
तुम बैठे हो वहां जाकर।
जहां तुम्हारी नाकामियों को लोग थू थू कर रहे हैं।
क्योंकि तुमने उनकी जमीनें लेकर।
उनके घर और उनके मंदिर लेकर
अपने पूंजीपतियों के लिए।
बनारस के धर्म के कारोबार को माल में तब्दील कर दिया है।
कितना हाच पाच कर दिया।
आपका बहुत असर जनता पर हो रहा है।
और जनता आपकी आदतों की मुरीद हो रही है।
मगर आपको विश्वास नहीं हो रहा है।
जनता आपको आपकी औकात बताने को तैयार बैठी है।
उत्तर प्रदेश से भोगी और
देश से आप को भगाने की तैयारी कर चुकी है।
- डॉ लाल रत्नाकर
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