बुधवार, 10 मई 2023

तू कह तो रहा था


तू कह तो रहा था 
बेटी बचाओ हम समझ नहीं पाए, 
कि तुम्हारी नजर बेटियों पर है।
तेरे जुमले तेरे वादे तेरे इरादे
कितने खतरनाक थे।
वह सब अब समझ में आ रहा है।
तुमने किसानों को मारा।
पुलवामा सहित हमारे जवानों को मारा।
और मेरे पहलवानों के साथ क्या किया?
हम भुगत रहे हैं।
हमने तेरा विश्वास किया।
तेरे जुमले, तेरे शातिराना  हमले।
तेरी खतरनाक नियति।
अब सब समझ में आ रहा है।
पर याद रखना।
हम खेत को भी जोतना जानते हैं।
सीमाओं पर लड़ना जानते हैं।
हमारी बेटियां दुनिया में 
अपनी ताकत दिखा चुकी हैं।
हमने तुम्हें अनेकों बार परास्त किया है।
पर तुमने पहले धर्म का चस्का लगाया।
1500000 का वादा किया।
भ्रष्टाचार मिटाने के नाम पर 
इतना बड़ा भ्रष्टाचार किया।
यह सब समझने में देर लगी।
लेकिन अब और नहीं।
आपदा में अवसर।
और क्रूरता की पराकाष्ठा।
पार हो गई है।
अब देश के औरत और मर्द
बूढ़े और जवान सब सड़कों पर आएंगे।
और तुमको जाना होगा
उस कालकोठरी में।
जहां तुम्हारी असली जगह है।
तुम्हारे ठग, तुम्हारे बलात्कारी।
और सारे अत्याचारी।
साफ साफ नजर आ रहे हैं।

-डॉ लाल रत्नाकर


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