सोमवार, 15 मई 2023

श्मशान



श्मशान
श्मशान
श्मशान
जोर जोर से चिल्ला रहा था
हर गांव में बनवा रहा था।
कहीं नजर आ रहा है?
श्मशान तो खुद चलकर 
घर घर आ रहा है।
जुमलेबाज!
दगाबाज!
क्या कहीं नजर आ रहा है!
झूठे वादे।
खोट वाले इरादे।
सीधे श्मशान पहुंचा रहा है।
विश्व गुरु बनाने के बहाने।
दुनिया घूमने की,
योजना बना रहा है।
इसराइल धर्म के नाम पर लड़ रहा है।
मूल निवासियों पर 
अत्याचार कर रहा है।
भारत का मूल निवासी मर रहा है।
श्मशान कहां बन रहा है।

- डॉ लाल रत्नाकर

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