शनिवार, 1 जुलाई 2023

हम होशो हवास में हैं

हम होशो हवास में हैं 
जरा अपनी बताओ ! 
गफलत में तुम्हारी नस्ल 
कितनी डूब गई है और अभी 
कितना डुबना बाकी है ! 
हमें खबर मिली है 
नफरत को औजार बनाकर 
फिर से हमला किया जाएगा 
समाज को बांट कर 
भाईचारे को काटकर 
उसे एक दुश्मन की तरह 
अपने लोगों को हमलावर
किया जाएगा 
इसके लिए बहुजनों को 
हिन्दू बनाया जा रहा है। 
मस्जिदों पर हमले के लिए 
अच्छी तरह से उन्हें, 
उकसाया जा रहा है। 

- डा. लाल रत्नाकर

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