सोमवार, 24 जुलाई 2023

आंखों का जल सूख गया!

वह दिन जो अब गुजर गए,
मौसम बदल गया फिर भी !
अच्छे दिन की आस लगाए,
आंखों का जल सूख गया !

-डॉ लाल रत्नाकर



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